स्टॉकरवेयर: एक ऐसा सोफ्टवेयर जिसकी मदद से पति-पत्नी एक दुसरे की जासूसी करते हैं|
आज हम आपको एक ऐसे सॉफ्टवेयर के बारे में बताने जा रहें हैं जिसका उपयोग लोग धड़ल्ले से अपनी बीवियों या पतियों की जासूसी के लिए कर रहें हैं| इस सॉफ्टवेयर का कमाल यह है कि आप जिसकी चाहें उसकी साड़ी की साड़ी पर्सनल जानकारियां इकट्ठा कर सकतें है, इस सॉफ्टवेयर के जरिये आप सामने वाले की सारे कॉल डिटेल्स, इ-मेल्स, इन्स्ताग्राम, फेसबुक, मैसेज, Watsapp ट्विटर आदि सभी पर होने वाले सारे एक्टिविज पर सीधा नजर रख सकतें हैं|
ये तो कुछ भी नहीं है, स्टॉकरवेयर नाम का यह सॉफ्टवेयर इतना खतरनाक है कि यह सामने वाले व्यक्ति के मोबाइल फ़ोन के कैमरे का इस्तमाल कर आपतक रियलटाइम फूटेज भी दिखता है साथ ही करंट लोकेशन के साथ साथ रोड माप भी दिखता है|
बीबीसी के साइबर सिक्युरिटी संवाददाता जो टायेडी के एक रिपोर्ट के अनुसार एक महिला ने उनसे बात चित के दौरान बताया कि वे बेहद ही परेशान थी कि कैसे उनके पति उनकी हर बात जान जाते हैं यहाँ तक की वे बाते भी जिनका जिक्र भी उसने किसी से नहीं किया हो|
एमी (परिवर्तित नाम) ने संवाददाता को बताया की "इस प्रश्न ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया था कि कैसे मेरे पति को हर वक्त ये पता चल जाता है कि मई किस वक़्त कहाँ पर हूँ और क्या कर रहीं हूँ?" मै किसी पर भी विस्वास नहीं कर सकती थी| यहाँ तक मई मेरे दोस्तों और परिवार वालों को भी शक से देखने लगी, मुझे लगता की सारे लोग बीके हुए है|
कैसे खुला राज
एमी आगे बताती हाँ कि " एक तो मेरा दाम्पत्य जीवन वैसे ही ख़राब चल रहा था उसपर से मुझे यह डर भी सताने लगा कि मै असुरक्षित हूँ|" इसी दौरान मै मेरे बच्चे और पति के साथ एक फैमिली ट्रिप पर गई थी, यह हमारे दप्त्य के आखिरी समय था| एमी याद करते हुए बतातीं हैं कि हमारी वो ट्रिप अच्छी चल रही थी सबकुछ ठीक हो रहा था, हमारा ६ शाल का बेटा खेल रहा था| "मेरे पति ने फार्म की कुछ तस्वीरें खिचीं थी वही दिखानेंकें लिए फोन मुझे दिया की तभी मैंने फोन के स्क्रीन पर अलर्ट देखा"|उस पर लिखा था "एमी की मैक की डेली रिपोर्ट तैयार है"
"मै तो सन्न रह गई बिलकुल, मेरी सांसे अटक सी गई, पर मेरे बेटे की वजह से मुझे रखना पड़ा मैंने ऐसा नाटक किया जैसे मैंने कुछ देखा ही न हो|
एमी की यह आखिरी फैमिली ट्रिप थी इसके बाद उन्हें तलाक मिल गया और अब उनके पति को सख्त हिदायत है उनसे दूर रहने की| यहाँ तक उन्हें अपने बेटे का हाल जानने के लिए भी सिर्फ पत्र ही लिखने की छुट दी गई है|
क्या है स्टॉकरवेयर और कैसे करता है काम
स्टॉकरवेयर जिसे स्पाउसवेयर भी कहते हैं, दरअसल यह शक्तिशाली सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जिसके सहारे आप किसी की जासूसी कर सकते है| यह इटरनेट पर उपलब्ध है और बड़े ही आसानी से ख़रीदा जा सकता है| इस सॉफ्टवेयर के जरिये किसी भी डिवाइस के सरे मैसेज पढ़ सकतें है, उनके स्क्रीन की साड़ी एक्टिविटी को रिकॉर्ड कर सकतें है, उनके फोन कॉल्स सुन सकतें है| इसके जरिये रियल टाइम जीपीएस लोकेशन ट्रैक किया जा सकता है| सबसे ज्यादा खतरनाक बात यह है की यह सॉफ्टवेयर जासूसी के लिए फ़ोन के कैमरे का उपयोग करता है जिससे जासूसी करने वाले को यह पता चल जाता है व्यक्ति कहाँ है और क्या कर रहा है|
साइबर सिक्युरिटी की एक कंपनी कास्पर्सकी के अनुसार 2018 में देश में 35 फीसदी आई फ़ोन यूजर्स को पता चला कि उनके डिवाइस में इस तरह का सॉफ्टवेर है|
कास्पर्सकी के लीड सिक्युरिटी रिसर्चर डेविड एम बताते है कि यह एक बेहद ही गंभीर मामला है, उनके अनुसार इस वर्ष अभी तक 37,532 उपकरणों में स्टॉकरवेयर के होने का पता लगा है| वे कहतें है "मामला इससे कही ज्यादा बड़ा है|" इस कंपनी के रिसर्च के मुताबिक स्टॉकरवेयर का सर्वाधिक इस्तेमाल रूस में होता है| इसके बाद भारत, ब्राजील, अम्रीका और जर्मनी जैसे देश हैं|
कास्पर्सकी के लीड सिक्युरिटी रिसर्चर डेविड एम बताते है कि यह एक बेहद ही गंभीर मामला है, उनके अनुसार इस वर्ष अभी तक 37,532 उपकरणों में स्टॉकरवेयर के होने का पता लगा है| वे कहतें है "मामला इससे कही ज्यादा बड़ा है|" इस कंपनी के रिसर्च के मुताबिक स्टॉकरवेयर का सर्वाधिक इस्तेमाल रूस में होता है| इसके बाद भारत, ब्राजील, अम्रीका और जर्मनी जैसे देश हैं|
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खुद को कैसे बचाएं
इसी तरह की एक दूसरी सिक्युरिटी कंपनी के अनुसार अगर किसी को लगता है कि उसकी निगरानी या जासूसी की जा रही है तो वह कुछ प्रैक्टिकल कदम उठा सकता है|
इ सेट कंपनी की सलाह है की सबसे पहले तो अपने सरे इंटरनेट उपकरणों में प्रमाणित एंटीवाइरस रखें और नियमित अनालिसिस करते रहें|
दी गई सलाह के अनुसार बिना उपयोग वाले एप्लीकेशन को हटाने का नयम बना लें|
अगर आपके मोबाइल या लैपटॉप आदि किसी भी चीज़ में लोई ऐसा एप्लीकेशन है जिसके बारे में आप नहीं जानते हैं तो किसी माध्यम जैसे गूगल आदि से उस अप्प की जानकारी ले लें, अगर जरुरत पड़े तो उसे तत्काल हटा दे|
जिंदगी भर रहता है इसका असर
स्टॉकरवेयर की ही एक और शिकार जेसिका बताती हैं कि "मेरी शादी को टूटे आज 12 वर्ष हो चुके फिर भी मै आज भी अपना फोन जितना हो सके खुद से दूर रखती हूँ| हर समय एक डर लगा रहता है, मै जब भी किसी दोस्त से मिलने जाती हूँ तो अपना फोन कार में रख जाती हूँ"|
जो टोयेडी अपनी रिपोर्ट में लिखते है कि घरेलु हिंसा के पीड़ितों के लिए काम करने वाली एक ब्रितानी संस्था से जुड़े गेमा टोय्टन कहते है की कई मामलों में पीड़ितों पर जीवन भर असर रहता है|
"वो किसी पर भरोसा नहीं क्र पाते, वो फोन या लैपटॉप को किसी हथियार की तरह देखने लगते हैं, इनके उपयोग से कतराने/डरने लगते है| उन्हें लगता है की टेक्नोलॉजी ने उन्हें बंदी बना लिया है, कईयों ने तो इंटरनेट का इस्तेमाल ही बंद दिया|| और इन सब के बाद जब कोई ऐसे सॉफ्टवेर को डाउनलोड करता है तो उसपर पहला मैसेज ये आता है कि हमने यह सेवा आपको अपने पत्नी/पति पर निगरानी रखने के लिए नहीं दिया है| जबकि कंपनी को यह पता हो वे इसका उपयोग किस काम के लिए करने वाले हैं|
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